वो मोटी मोटी कह के आपको चिढ़ाना दूसरों से भी वो मोटी मोटी बुलवाना था वो सारा खेल हमारा पर छुप जाता... वो मोटी मोटी कह के आपको चिढ़ाना दूसरों से भी वो मोटी मोटी बुलवाना था वो सारा खे...
उबरो खुद भी प्रारब्ध से उबारो दूसरों को भी। उबरो खुद भी प्रारब्ध से उबारो दूसरों को भी।
तुम जबरदस्ती अपनी अक्ल मुझको मत बांटो। तुम जबरदस्ती अपनी अक्ल मुझको मत बांटो।
जो ना होती मेरी ये मजबूरियाँ, तो ना सहती तेरी मैं ये नादानियाँ । जो ना होती मेरी ये मजबूरियाँ, तो ना सहती तेरी मैं ये नादानियाँ ।
बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन में जगती है न बसंत ऋतु में होने लगता, प्यार का सुखद एहसास। चहुँओर दिखती हरियाली, मन म...
नई मनुस्मृति नई मनुस्मृति